ज्योत्रि एकेडमी मे नवमी और विजय दशवी का भव्य आयोजन हुआ
कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व चेयरमेन व ज्योत्रि एकेडमी के संस्थापक मनोज पोरवाल व बैंक शाखा प्रबंधक अरुण भवरिया ने किया

जयोत्री अकैडमी में नवमी और विजय दशमी का भव्य आयोजन हुआ
संवाददाता अतुल कुमार
शुक्रवार को जयोत्री अकैडमी भरथना में महा नवमी और विजय दशमी का भव्य पूर्वोत्सव एक विशेष सभा के रूप में मनाया गया। इस कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने के लिए भारत विकास परिषद (पंचाल प्रांत) भरथना के सम्माननीय सदस्यों में .आर.एन. दुबे, सी.के. शुक्ला, अवनेश, सी.एस. राठौर, अशोक पोरवाल, सुनील दीक्षित, विनोद पोरवाल, देवेंद्र पोरवाल,संजय माधवानी, दिव्यांशु दुबे आदि अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन भरथना के पूर्व चेयरमैन एवं जयोत्री अकैडमी के संस्थापक और संरक्षक मनोज पोरवाल व बैंक शाखा प्रबंधक अरुण भवरिया द्वारा किया गया।
अपने उद्घाटन भाषण में श्री पोरवाल ने इस आयोजन में सामुदायिक एकता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “जयोत्री अकैडमी में हम न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता पर ध्यान देते हैं, बल्कि उन सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को भी महत्व देते हैं जिन्होंने हमारे राष्ट्र को आकार दिया है। विजय दशमी जैसे त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक हैं, और यह सीख हमारे विद्यार्थियों के आचरण और चरित्र में परिलक्षित होती है।”
इंटर हाउस मैथमेटिक्स क्विज, कैरम और टेबल टेनिस प्रतियोगिताओं के विजेताओं को स्कूल द्वारा उनके पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, उसके बाद ‘भारत को जानो’ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को भारत विकास परिषद द्वारा प्रमाण पत्र दिए गए। विशेष सभा में विद्यार्थियों द्वारा अद्भुत प्रस्तुतियाँ दी गईं। सभा का शुभारंभ एक भावपूर्ण भजन “मेरे राम गाड़ी वाले,” जो कबीरदास जी की रचना है, से हुआ, जिसका संगीतमय निर्देशन प्रतिभाशाली संगीत शिक्षक अनुज कुमार ने किया। दिन का सबसे मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति रामायण पर आधारित एक नृत्य-नाटिका रही, जिसे स्कूल के नृत्य प्रशिक्षक और उभरते हुए नृत्य सितारे, अदनान बक्शी ने कोरियोग्राफ किया था। उनके बेहतरीन निर्देशन एवं बच्चों के नृत्य तथा अभिनय कौशल ने दर्शकों को मुग्ध कर दिया, जो रामायण के मूल्यों और शिक्षाओं की सच्ची झलक प्रस्तुत कर रहा था।
कार्यक्रम में पूर्व अंग्रेजी व्याख्याता सी.के. शुक्ला ने कहा जयोत्री अकैडमी शिक्षा और अनुशासन का प्रतीक है। यहां की संरचना उत्कृष्ट है और विद्यार्थियों में अनुशासन भी सराहनीय है। आज के कार्यक्रम ने न केवल सांस्कृतिक ज्ञान बल्कि छात्रों और शिक्षकों की असीम प्रतिभा और समर्पण को भी प्रदर्शित किया।प्रबंध निदेशक डॉo नितिन पोरवाल ने कहा, हमारा विद्यालय समग्र शिक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है, जहाँ शैक्षिक और सांस्कृतिक दोनों ही पहलू समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। आज दिखी एकता की भावना ने हमारी इस मान्यता को और भी मजबूत किया कि मूल्यों का पोषण करना बौद्धिक विकास के समान ही महत्वपूर्ण है।”
कार्यक्रम का सफल संचालन प्रवीण गुप्ता, पीजीटी इंग्लिश, द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरी सभा को सुचारू रूप से संचालित किया। अंत में, प्रधानाचार्य योगेंद्र नाथ मिश्रा ने सभी गणमान्य अतिथियों, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम की सफलता पर खुशी जताई। उन्होंने सभी को विजय दशमी की शुभकामनाएँ दीं।
यह आयोजन जयोत्री अकैडमी की भारतीय धरोहर और संस्कृति के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता और प्रेरणा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा था।